Friday, September 4, 2009

सबसे बड़ा भडास

बहुत दिनों से मै एक ब्लॉग फोलो कर रहा था जिसका की नाम भडास है, जहाँ सभी लोग अपने दिल की भड़ास निकालते हुए आपको मिल जायेंगे। ये ब्लॉग मुझे काफी पसंद है कुई की मेरे हिसाब से भडास निकलने से हमे कुछ तो आराम मिलता ही है, बहुत नही तो थोड़ा ही सही मन् हल्का हो जाता है। आज जो हमारे देश की स्थिति हैं उसमे हमारे जैसे लोगो के (मैं उनकी बात नही कर रहा जो बड़े बड़े पदों पर बैठे है interview लेने के लिए) सबसे बड़ी बात किस तरह से अपनी नौकरी बचायी जाए या कोई ढंग की नौकरी मिल जाए जिसमे कम कम नौकरी छुट जाने का डर ना हो। मुझे ही नही शायद आपको भी अपने आस पास के लोगो की नौकरियां छूटने की खबरे मिलती रहती है और हम डरे हुए अफ़सोस करते हैं। मैं इस से गुजर रहा हूँ और मुझे लगता हैं जिस दिन भी मैं interview देकर वापस आता हूँ कहीं कोई मिल जाए जिसके साथ मैं अपनी मन् की भडास निकल सकू। अगर आपने भी मेरी तरह की परिस्थिति से गुज़रे हो तो ही आप समझ सकते हैं की मैं क्या कहना चाहता हूँ। और हाँ अगर आप interview लेने वालो में से हैं तो आप कभी नही समझ सकते (आप समझने की उमर से पार हो चुके हैं ) की मैं क्या कहना चाह रहा हूँ। खैर मैं यहाँ ये बताने की कोशिस कर रहा था की मैंने ये ब्लॉग क्यों शुरू किया हैं। उम्मीद है आप समझने की कोशिस करेंगे। तो मैं इस ब्लॉग में समय समय पर मेरे द्वारा दिए गए interview की भडास निकलता रहूँगा।